1-मंगल ग्रह और हम
कुछ 8000 भारतीयों ने मार्स वन मिशन के लिये सवेच्छा से खुद का नामांकन किया हे । इस प्रबन्ध के अनुसार वे मार्स (मंगल ग्रह) पर जाकर रह पायेंगे । हम मंगल के प्रति कुछ ज़्यादा ही संवेदनशील क्यूं हैं? मंगल ग्रह भारतीय विवाह मैं इतनी मेहतवपूर्ण भूमिका क्यूं निभाता हे? आइये जानें...
2-मंगल और मांगलिक दोष
मांगलिक दोष ने समाज के हर वर्ग को भयभीत कर रखा हे । यदि फिल्म जगत की बात करैं तो ऐश्वर्य राए ने अभिषेक बच्चन से शादी करने से पहले बॅड विवाह (बरगद के पेड़ से विवाह) किया था । ऐसा माना जाता हे की रेखा और लीना चन्दवर्कर भी मांगलिक हैं और इन मंगल दोष के कारण इनका वेवाहिक जीवन सुखमय नहीं रहा ।
मंगल का हव्वा क्यूं?
जिस जातक की कुंडली मैं मंगल 1, 4, 7, 8, ओर 12 घर मैं स्तिथ हो वह मांगलिक होता हे । मंगल उष्ण प्रकृति का ग्रह है, इसे पाप ग्रह माना गया है और ज्योतिष विज्ञान मैं इसका बहुत महत्वपूर्ण स्थान हे । मंगल की स्थिति से रोजी रोजगार एवं कारोबार मे उन्नति एवं प्रगति होती है तो दूसरी ओर इसकी उपस्थिति वैवाहिक जीवन के सुख बाधा डालती है. वैवाहिक जीवन में शनि को विशेष अमंलकारी माना गया है.
3- आम विचारधारा
मांगलिक व्यक्ति विनम्र, निर्भय, प्रभावशाली, होशियार, केंद्रित, अनुशासित पर गुस्सैल होते हैं । उनमैं से जो वाइब्रेशन्स उत्पन्न होती हैं वे बहुत शक्तिमान एवं तेजस्वी होती हैं । इसी कारण ऐसा माना जाता हे की सिर्फ एक मांगलिक ही दूसरे मांगलिक की प्रकृति के साथ शांतिपूर्वक निभा सकता हे । एक और विचारधारा जो हमारे समाज मैं प्रचलित हे वह ये हे की 28 साल की उम्र के बाद मंगल का दोष कम हो जाता हे ।
इतिहास और मांगलिक प्रचलन
हमारे किसी पोराणिक ग्रंथ मैं मांगलिक दोष के बारे मैं नहीं कहा गया । उनके हिसाब से यह एक नया विचार हे । कहीं भी महाभारत, रामायण या पुराण मैं यह सामने नहीं आया की विवाह पूर्व कुंडली या ग्रह मिलाये जाते थे ।
4-मांगलिक मिथक
यदि आप मंगलवार को पैदा हुए हैं तो आप पक्का मांगलिक हैं । यह बिल्कुल सच नहीं हे ।मांगलिक मिथकमांगलिक और अमांगलिक का तलक निश्चित हे। किसी भी शादी की उम्र दोनो लोगों के विचारों के मेल-जोल और समझदारी पे निर्भर करती हे ।
मांगलिक दोष के उपाय
कुछ और प्रसिद्ध दोष निवारण उपाय हैं - केसरिया गणपति की पूजा, लाल कपड़े का दान, पीपल के पेड़ की दूध से पूजा और घर पे हाथी दान्त रखना ।
मांगलिक दोष और हम
मांगलिक दोष सिर्फ जनमकुंडली के 5 घरों मैं मंगल की उपस्तिथि के बारे मैं नहीं हैं । खुले दिमाग से, समझदारी से, तर्क-वितर्क करके सोचैं या किसी सुशिक्षित वयक्ति से परामर्श करैं। डर कर अंधविश्वास के कुएँ मैं ना कूदें !
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शास्त्रों के हिसाब से मांगलिक जो व्यक्ति रहता है,उस पर मंगल गृह का विशेष प्रभाव रहता है, ऐसा भी खा जाता है अगर मांगलिक का दोष है अगर शुभ हो तो व्यक्ति मालामाल भी हो जाता है ,
मांगलिक जातक जो रहता है वह प्रेम के संबंध विशेष प्रकार की इच्छाएं रखते है जिन्हे उनका कोई जीवनसाथी मांगलिक ही पूरा कर सकता है
मांगलिक दोष :- किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में मंगल का भाव जो है 1 ,4 ,7 ,9 ,12 ऐसी स्तिथि मांगलिक का दोष जातक को बताया जाता है
क्या है मांगलिक दोष के जातक की खास बातें :-
मांगलिक दोष जातक की खास बात यह भी रहती है वह कठिन से कठिन कार्य वह समय से पूर्व ही कर लेते है ,इनकी खास बात यह भी रहती है की इनमे नेतृत्व करने की खासियत रहती जन्मजात से ही,एवं यह लोग हर किसी से इतनी जल्दी व्यव्हार या दोस्त नहीं बनाते है.और अगर बना लिए तो उसको फिर पूरी शिद्दत से निभाते है, यह थोड़े क्रोधी स्वभाव के रहते है पर इनको दया जल्दी आ जाती है दयालु स्वाभाव के होते है पर ये माफ़ भी जल्दी कर देते, एवं गलत के आगे झुकना पसंद नहीं करते है
क्या मांगलिक की शादी गैर मांगलिक से हो सकती है?
मांगलिक दोष को लेकर या मांगलिक लड़की और लड़के की शीद को लेकर समाज में अन्धविश्वास फैला हुआ है,इसलिए लड़के और लड़की मागंलिक हो तो शादी उनके माता पिताके लिए एक प्रकार से परेशानी का करना बन जाती
मांगलिक दोष को लेकर या मांगलिक लड़की और लड़के की शादी को लेकर समाज में अन्धविश्वास फैला हुआ है,इसलिए लड़का और लड़की मागंलिक हो तो शादी उनके माता पिता के लिए एक प्रकार से परेशानी का सबब बन जाती है, लेकिन शास्त्रों के अनुसार लड़का और लड़की आगे मांगलिक हो तो यह ग्रहो की स्तिथि राहु और केतु तथा शनि की स्तिथि पर निर्भर करता है की शादी मांगलिक है या गैर मांगलिक है!
लड़का मांगलिक है तो उसकी किसी गैर मांगलिक लड़की से हो सकती है परन्तु राहु और केतु एवं शनि दूसरे चौथे सातवें आठवें एवं बाहर वें भाव में बैठे हो, अगर राहु केतु और शनि इन भावो में नहीं हो तो उसकी शादी मांगलिक से नहीं हो सकती है!